शीघ्रपतन बीमारी ।
शीघ्रपतन एक महिला या पुरुष के यौन जीवन में एक सामान्य समस्या है, जो उन्हें उनकी सामग्री के नियंत्रण की कमजोरी के कारण अपने साथ खुश नहीं रखती है। यह समस्या शीघ्रपतन के रूप में जानी जाती है जब व्यक्ति अपने सामान्य संभोग के दौरान अपने शीघ्रपतन के कारण बहुत जल्दी उत्सुक हो जाता है। इस समस्या से विभिन्न उम्र के पुरुषों व महिलाओं को पीड़ा होती है।
शीघ्रपतन का कारण व्यक्ति के जीवनशैली, दवाओं का उपयोग, रोग या संबंधित तनाव के कारण हो सकता है। इसके लिए कुछ अभ्यास या उपचार में सुधार किया जा सकता है। यह समस्या शुरूआती स्तर पर खुशी के दौरान होती है जब व्यक्ति उत्सुक होता है, इसलिए उत्सुकता को कम करने के लिए व्यक्ति को एकाग्रता और मेधावी होना चाहिए।शीघ्रपतन का उपचार निर्भर करता है कि यह क्या कारणों से हो रहा है। यदि इसकी वजह रोग या दवाओं का उपयोग है, तो उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करे।
शीघ्रपतन के लक्षण।
संभोग के दौरान बहुत कम समय तक स्थायी होने में असमर्थता।
तेजी से वीर्य निकलना।
वीर्य के निकलने के बाद संभोग से दूर भाग जाना।
संभोग से पहले ही वीर्य का निकल जाना।
शीघ्रपतन के कारण
अतिस्पंदन और तनाव
अधिक मात्रा में शुक्राणु का निकलना
शीघ्र संभोग करने की आदत
मनोवृत्ति और शारीरिक कारकों का बदलना
संभोग के समय अवधि का कम होना
इस समस्या के कारणों में शामिल हो सकते हैं तनाव, अत्यधिक महिलाओं के साथ संभोग, नपुंसकता, अधिक धूम्रपान या शराब की खपत और नियमित रूप से यौन गतिविधियों का अभ्यास न होना।
शीघ्रपतन के घरेलू उपचार ।
शीघ्रपतन का इलाज अनेक हो सकते हैं, जैसे कि व्यायाम, ध्यान, सहज वातावरण, स्वस्थ खानपान और दवाइयां। अधिकतर मामलों में, यह समस्या दवाइयों के द्वारा ठीक हो सकती है, लेकिन कुछ मामलों में चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह आवश्यक हो सकती है।
अश्वगंधा: अश्वगंधा शीघ्रपतन को दूर करने में मदद करती है। इसे दूध में मिलाकर सुबह-शाम दिन में दो बार लें।
अलसी के बीज: अलसी के बीज को उबालकर दिन में दो बार ले।
कपूर: कपूर के छोटे टुकड़े को दूध में मिलाकर दिन में दो बार लें। इससे शीघ्रपतन को दूर करने में मदद मिलती है।