मेह रोग काया हे ? जानकारी
मेह रोग एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के रक्त में शुगर ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित नहीं कर सकती है। मेह के मुख्य कारण हैं इंसुलिन का उत्पादन कम होना, इंसुलिन का सही ढंग से काम न करना और आहार और व्यायाम की कमी।मेह रोग के लक्षण में शामिल हैं भूख लगने में कमी, थकान, प्यास ज्यादा लगना, मूत्र में शुगर होना, वजन घटना या बढ़ना और बुखार जैसे संकेत। यदि इसे समय रहते पहचाना नहीं जाता है तो यह दिल, आंखें, किडनी आदि के अन्य अंगों पर बुरा असर डाल सकता है और दिन-प्रतिदिन जीवन को प्रभावित कर सकता है। मेह रोग का इलाज आहार और व्यायाम के साथ दवाओं और इंसुलिन के संयोग से संभव है। यदि आपको मेह रोग के लक्षण हैं, तो आपको एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए जो आपको सही इलाज और सलाह दे सकता है।
मेह रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के रक्त में शुगर ग्लूकोज का स्तर अधिक हो जाता है। यह रोग आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं: पहले तरल मेह और दूसरा थोड़ा गंभीर मधुमेह। तरल मेह रोग आमतौर पर शामिल होते हैं: प्री-डायबिटीज शुरुआती स्थिति जब शुगर का स्तर सामान्य से थोड़ा ज्यादा होता है टाइप 2 मधुमेह जब शरीर शुगर का सही रूप से उपयोग नहीं करता है गेस्टेशनल डायबिटीज जो गर्भवती महिलाओं में शुगर के स्तर का वृद्धि करते हैं थोड़ा गंभीर मधुमेह रोग टाइप 1 मधुमेह जो अक्सर बचपन में होता है के रूप में जाना जाता है, जिसमें शरीर इंसुलिन का निर्माण नहीं करता है
मेह रोग का लक्षण
अधिक शुगर के कारण मेह रोग के मरीजों को कुछ लक्षण होते हैं, जैसे पेशाब की बहुत ज्यादा बहाव, भूख नहीं लगना, थकान और अधिक पानी पीने की इच्छा। मेह रोग के मरीज जीवन शैली में थोड़ा सा बदलाव करके, जैसे अध। मेह रोग या डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर का रक्त शर्करा स्तर असामान्य रूप से ऊंचा हो जाता है। शर्करा शरीर के कोशिकाओं के भीतर ऊर्जा के लिए जरूरी होता है जो खाद्य से प्राप्त की जाती है। मेह रोग के मरीजों में इंसुलिन जो की शरीर में शर्करा का स्तर नियंत्रित करता है.निर्माण में कमी होती है या फिर उत्पादित इंसुलिन का शरीर ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता। मेह रोग के मरीजों में शरीर के कुछ हिस्सों में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है, जैसे कि नसों, नेत्रों, अंगों, किडनी, दिल आदि। मेह रोग के मरीजों को रोजाना अपने खान-पान और दिनचर्या पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होती है, ताकि उन्हें शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिल सके। मेह रोग एक ऐसा रोग है जो शरीर में इन्सुलिन के उत्पादन या उपयोग के साथ जुड़ा हुआ होता है। इस रोग में, शरीर में इन्सुलिन की मात्रा कम हो जाती है या इसके उपयोग में कोई दिक्कत होती है, जिससे शुगर यानी ग्लूकोज नामक एक चीज का स्तर बढ़ जाता है।जब इन्सुलिन शरीर में काम नहीं करता है तो शुगर खून में बढ़ने लगता है जो कि विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकता है।
मेह रोग के अधिक जानकारी
मेह रोग के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जैसे कि कम शुगर का स्तर जीवन को खतरनाक हो सकता है और अधिक शुगर का स्तर बाद में कई समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि आँखों, नसों, नसों, मस्तिष्क और हृदय की समस्याएं। मेह रोग के लक्षणों में शामिल होते हैं भूख लगने का अधिक होना, पेशाब का अधिक होना, थकान या कमजोरी, दृष्टि में कमजोरी, चक्कर आना, वजन घटना या बढ़ना, खुजली या त्वचा में सुखाव आदि....... ।